माँ के आंचल में छुप जाऊँ, कोई न ले गोदी तो मचल जाऊँ, गली में आये कुल्फ़ी वाला, कुल्फ़ी लेने को उसे रुकने को कह आऊँ, माँ का दूध पीऊं और माँ की गोद में ही सो जाऊँ, बहुत मन है छोटा हो जाऊँ ।। माँ नहाने को बुलाये और मैं पूरे घर में दौड़ लगाऊँ, नींद से जगने पर माँ को न पाकर खूब ज़ोर से रोऊँ, न मिलने पर मनपसंद चीज़ ज़मीन पर लोटक-पीटा खाऊँ, बहुत मन है छोटा हो जाऊँ।। पापा के साथ दुकान पर ये चाहिए हाथ रखकर बताऊँ, सीटी वाली चप्पल पहन खूब इठलाऊँ, महमान आने पर घर में छुप जाऊँ, बहुत मन है छोटा हो जाऊँ।। ©-शिvam
बेवजह खुश रहिये, वजहें बहुत महंगी है..!❤️